धरा - गगन
मिलने को आतुर
सदैव अतृप्त
क्षितिज का निर्माण!
नदी – समुद्र
बहाव का निर्माण!
नारी—नर
जीवन का निर्माण!
तृप्त—अतृप्त
निर्णय को आतुर
सदैव संघर्ष
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